अगर आप खेती में कुछ अलग और मुनाफे वाला करना चाहते हैं, तो गुलाब की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। गुलाब सिर्फ फूल ही नहीं, एक कमाई का जरिया भी है। सही तकनीक, सही समय और थोड़ी सी मेहनत से किसान भाई गुलाब की खेती कर हर महीने हजारों-लाखों की कमाई कर सकते हैं।
क्यों करें गुलाब की खेती?
गुलाब की डिमांड शादी-विवाह, पूजा, सजावट, परफ्यूम इंडस्ट्री और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में हमेशा बनी रहती है। खास बात ये है कि इसकी कीमत भी तुलनात्मक रूप से अच्छी मिलती है और लागत बहुत कम होती है।
जलवायु और मिट्टी
गुलाब की खेती के लिए हल्की दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। pH वैल्यू 6.0 से 7.5 के बीच होनी चाहिए। अच्छी धूप और हल्की नमी वाले इलाके गुलाब के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं।
प्रमुख किस्में
– डच रोज (Dutch Rose)
– देसी गुलाब (Desi Rose)
– कश्मीरी गुलाब
– डेमास्क (Damask) – इत्र और गुलकंद के लिए
खेती की तकनीकी विधि
- भूमि की तैयारी – खेत को अच्छे से जोतकर जैविक खाद और गोबर खाद डालें।
- रोपाई का समय – जुलाई से सितंबर सबसे सही समय है।
- पौधों के बीच दूरी – कतार से कतार 60 सेमी और पौधे से पौधा 45 सेमी रखें।
- सिंचाई – पहली सिंचाई रोपाई के तुरंत बाद करें। गर्मियों में 6–7 दिन के अंतराल पर और सर्दियों में 10–12 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
- खाद और उर्वरक – गोबर खाद के साथ NPK (10:10:10) प्रति माह पौधों को दें।
- कीट नियंत्रण – थ्रिप्स और एफिड से बचाव के लिए नीम आधारित जैविक स्प्रे या सिफारिश किए गए कीटनाशकों का छिड़काव करें।
- कटाई और बिक्री – रोपाई के 3–4 महीने बाद फूल तोड़ने शुरू हो जाते हैं। कटाई सुबह जल्दी करें और थोक बाजार या मंडी में बेचें।
कमाई और बाजार
एक एकड़ में लगभग 12,000 से 15,000 पौधे लगाए जा सकते हैं। अगर हर पौधे से 10 से 15 फूल प्रतिदिन भी मिलते हैं, तो रोजाना हजारों फूलों की बिक्री संभव है। बाजार में गुलाब की कीमत ₹1 से ₹5 प्रति फूल या ₹100 से ₹300 प्रति किलो तक जाती है, जिससे महीने में 50,000 से ₹1 लाख की कमाई करना बिल्कुल संभव है।
जरूरी सुझाव
– खेत की समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें
– बीज या कलम भरोसेमंद स्रोत से लें
– फूलों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें
– लोकल मंडी के अलावा शादी हॉल, पूजा सामग्री विक्रेता, डेकोरेशन कंपनियों से डायरेक्ट कॉन्टैक्ट बनाएं